डॉक्टर गुप्ता अंतर्राष्ट्रीय व्यक्तित्व बने
ऑक्सफोर्ड ने आमंत्रित किया डॉ गुप्ता को
यमुना नगर निवासी एवं महर्षि Markandeswar विश्वविद्यालय, मुल्लाना अम्बाला (हरियाणा) के जैव प्रोधोगिकी विभाग के Associate प्रोफेसर डॉ. अजय कुमार गुप्ता ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए अंतररास्ट्रीय व्यक्तित्व बन गए हैं. कैम्ब्रिज, इंग्लैंड ने डॉ. गुप्ता को ' विश्व के अग्रणी वैज्ञानिक अवार्ड २०१२' के लिए nominate किया है. उन्हें यह पुरुष्कार २५ अगस्त से २ सितम्बर तक चलने वाले ' world Forum 2012' के दौरान ऑक्सफोर्ड के 'सैंट कैथेरिन कॉलेज में दिया जायेगा. ऑक्सफोर्ड के इस कॉलेज ने उन्हें Ambassdor की संज्ञा देकर आमंत्रित किया है.
९ दिनों तक चलने वाले इस फोरम में लगभग ४० देशों के चुनिन्दा वैज्ञानिक भाग लेंगे. इस अवसर पर डॉ. अजय गुप्ता को सभी देशों के प्रतिनिधियों को संबोधित करने के लिए अवसर दिया जायेगा.
पुरुस्कार के लिए अंतररास्ट्रीय जूरी के सदस्यों द्वारा काफी गहन एवं जटिल चुनाव प्रक्रिया के द्वारा चुना जाता है. जूरी बोर्ड अलग अलग झेत्रों में जमीनी सतह पर काम करने वालों को विशेष महत्व देती है. डॉ. गुप्ता पिछले १५ वर्षों से पर्यावरण की दिशा में कार्य के लिए जुटे हैं. वर्तमान में डॉ. अजय गुप्ता विषैले हो रहे पर्यावरण के प्रदूषित हो रहे विभिन्न घटकों के मानव स्वास्थ्य पर घातक परिणाम पर कार्यशील हैं. जैसे- diesel एवं बोइलर्स में जलाये जा रहे पोलिथीन, रबर, टायर ट्यूब , सोलिड waste के धुएं से निकल रही dioxin , benzene जैसी गैसें कैंसर की दर में दिन प्रति दिन इजाफा; कीटनासक रसायनों से कैंसर, दमा, एलर्जी; खाद्य पदार्थों में होरमोंस का संतुलन बिगाड़ने वाले रसायनों की बदती मात्रा, हस्पतालों से निकल रहे जैव प्रतिरोधी कीटाणुओं से पर्यावरणीय स्वास्थ्य के लिए आपात स्थिति उत्पन्न कर रहे है.
डॉ. गुप्ता द्वारा समाज को जागरूक करने के प्रयासों की सराहना करते हुए जूरी बोर्ड ने लिखा है- आप बधाई के पात्र हैं. बहुत कम लोग, हमारे विश्वास में, रास्ट्रीय एवं अंतररास्ट्रीय स्तर के साथ साथ स्थानीय स्तर पर जमीनी सतह पर कार्य करते हैं. आप उनमे से एक है जिन्होंने अपना उच्च स्तर का योगदान जारी रखा है. आपने अपने निरंतर प्रयासों से पुरुस्कार के मानकों को बनाये रखा. इसलिए, अपने झेत्र में एक जानी मानी हस्ती के रूप में आपके इन कार्यों के लिए विचार कर चुना गया है- ' विश्व के अग्रणी वैज्ञानिक अवार्ड २०१२' ('Leading Scientist of The World Award 2012).
पत्रकारों से बातचीत में डॉ गुप्ता ने बताया की उन्हें यह सम्मान पर्यावरण पर जागरूकता फैला कर जन स्वास्थ्य की रक्षा के लिए तथा पिछले १५ वर्षों से देश में पर्यावरण को बचाने के प्रयासों के लिया दिया जा रहा है. ज्ञात हो बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी एवं जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय, नयी दिल्ली जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से उच्च शिक्षा प्राप्त करने के साथ, डॉ गुप्ता को वर्ष २०१० में रास्ट्रीय पर्यावरण विज्ञानं अकादेमी, नयी दिल्ली में ' एन्विरोंमेंतालिस्ट ऑफ़ the इयर २०१०' से सम्मानित किया जा चुका है.
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मनोज ठाकुर
ऑक्सफोर्ड ने आमंत्रित किया डॉ गुप्ता को
यमुना नगर निवासी एवं महर्षि Markandeswar विश्वविद्यालय, मुल्लाना अम्बाला (हरियाणा) के जैव प्रोधोगिकी विभाग के Associate प्रोफेसर डॉ. अजय कुमार गुप्ता ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए अंतररास्ट्रीय व्यक्तित्व बन गए हैं. कैम्ब्रिज, इंग्लैंड ने डॉ. गुप्ता को ' विश्व के अग्रणी वैज्ञानिक अवार्ड २०१२' के लिए nominate किया है. उन्हें यह पुरुष्कार २५ अगस्त से २ सितम्बर तक चलने वाले ' world Forum 2012' के दौरान ऑक्सफोर्ड के 'सैंट कैथेरिन कॉलेज में दिया जायेगा. ऑक्सफोर्ड के इस कॉलेज ने उन्हें Ambassdor की संज्ञा देकर आमंत्रित किया है.
९ दिनों तक चलने वाले इस फोरम में लगभग ४० देशों के चुनिन्दा वैज्ञानिक भाग लेंगे. इस अवसर पर डॉ. अजय गुप्ता को सभी देशों के प्रतिनिधियों को संबोधित करने के लिए अवसर दिया जायेगा.
पुरुस्कार के लिए अंतररास्ट्रीय जूरी के सदस्यों द्वारा काफी गहन एवं जटिल चुनाव प्रक्रिया के द्वारा चुना जाता है. जूरी बोर्ड अलग अलग झेत्रों में जमीनी सतह पर काम करने वालों को विशेष महत्व देती है. डॉ. गुप्ता पिछले १५ वर्षों से पर्यावरण की दिशा में कार्य के लिए जुटे हैं. वर्तमान में डॉ. अजय गुप्ता विषैले हो रहे पर्यावरण के प्रदूषित हो रहे विभिन्न घटकों के मानव स्वास्थ्य पर घातक परिणाम पर कार्यशील हैं. जैसे- diesel एवं बोइलर्स में जलाये जा रहे पोलिथीन, रबर, टायर ट्यूब , सोलिड waste के धुएं से निकल रही dioxin , benzene जैसी गैसें कैंसर की दर में दिन प्रति दिन इजाफा; कीटनासक रसायनों से कैंसर, दमा, एलर्जी; खाद्य पदार्थों में होरमोंस का संतुलन बिगाड़ने वाले रसायनों की बदती मात्रा, हस्पतालों से निकल रहे जैव प्रतिरोधी कीटाणुओं से पर्यावरणीय स्वास्थ्य के लिए आपात स्थिति उत्पन्न कर रहे है.
डॉ. गुप्ता द्वारा समाज को जागरूक करने के प्रयासों की सराहना करते हुए जूरी बोर्ड ने लिखा है- आप बधाई के पात्र हैं. बहुत कम लोग, हमारे विश्वास में, रास्ट्रीय एवं अंतररास्ट्रीय स्तर के साथ साथ स्थानीय स्तर पर जमीनी सतह पर कार्य करते हैं. आप उनमे से एक है जिन्होंने अपना उच्च स्तर का योगदान जारी रखा है. आपने अपने निरंतर प्रयासों से पुरुस्कार के मानकों को बनाये रखा. इसलिए, अपने झेत्र में एक जानी मानी हस्ती के रूप में आपके इन कार्यों के लिए विचार कर चुना गया है- ' विश्व के अग्रणी वैज्ञानिक अवार्ड २०१२' ('Leading Scientist of The World Award 2012).
पत्रकारों से बातचीत में डॉ गुप्ता ने बताया की उन्हें यह सम्मान पर्यावरण पर जागरूकता फैला कर जन स्वास्थ्य की रक्षा के लिए तथा पिछले १५ वर्षों से देश में पर्यावरण को बचाने के प्रयासों के लिया दिया जा रहा है. ज्ञात हो बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी एवं जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय, नयी दिल्ली जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से उच्च शिक्षा प्राप्त करने के साथ, डॉ गुप्ता को वर्ष २०१० में रास्ट्रीय पर्यावरण विज्ञानं अकादेमी, नयी दिल्ली में ' एन्विरोंमेंतालिस्ट ऑफ़ the इयर २०१०' से सम्मानित किया जा चुका है.
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